बिगड़ा नसीबा भी सवँर जाता है,
बंद किस्मत का ताला
भी खुल जाता है
दूर हो जाता है उस जिंदगी से हर अंधेरा ,
जो सर
"सच्चे सतगुर "
के दर पर झुक जाता है !!
बंद किस्मत का ताला
भी खुल जाता है
दूर हो जाता है उस जिंदगी से हर अंधेरा ,
जो सर
"सच्चे सतगुर "
के दर पर झुक जाता है !!
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